Bhidne Lage
दिपाली साठे, राहुल जैन
कभी रात से बातें करे
कभी चांदनी ओढ़ ले
नींद से जुदा होने लगे
ऐसे ख्वाब बुनने लगे
कितने जमाने बाद आज फिर से
दरिया को साहिल मिलाया
सूनी आंखियों में
ख्वाबों ने फिर से
दिन दुपहरी पहरा दिया
भिड़ने लगे नैना दो इश्क़ के मारे
भिड़ने लगे नैना दो इश्क़ के मारे
भिड़ने लगे नैना दो इश्क़ के मारे
भिड़ने लगे नैना दो इश्क़ के मारे
जरा जरा महक रहा ये गुलज़ार है
जरा जरा चहक रहा ये अपना प्यार है
जरा जरा महक रहा ये गुलज़ार है
जरा जरा चहक रहा ये अपना प्यार है
तुझे हर घडी मेरे पास हाफिज रखूँ
तेरे वक़्त पे हर घडी में काबिज़ रहूँ
भिड़ने लगे भिड़ने लगे भिड़ने लगे
नैना ये इश्क़ के मारे
भिड़ने लगे नैना दो इश्क़ के मारे
भिड़ने लगे नैना दो इश्क़ के मारे
भिड़ने लगे नैना दो इश्क़ के मारे
भिड़ने लगे नैना दो इश्क़ के मारे
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
मेरे हर लफ्ज़ पे तेरा ही ज़िक्र है
ये दिल सुन रहा जो भी तेरी फ़िक्र है
मेरे हर लफ्ज़ पे तेरा ही ज़िक्र है
ये दिल सुन रहा जो भी तेरी फ़िक्र है
तुझे हर घडी यार याद मैं क्यों करून
तेरे ख्वाबों का इंतज़ार मैं क्यों करून
भिड़ने लगे भिड़ने लगे भिड़ने लगे
नैना ये इश्क़ के मारे
भिड़ने लगे नैना दो इश्क़ के मारे
भिड़ने लगे नैना दो इश्क़ के मारे
भिड़ने लगे नैना दो इश्क़ के मारे
भिड़ने लगे नैना दो इश्क़ के मारे
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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