Nazdikiyan
देव नेगी, दिपाली साठे
हम्म्म हम्म्म हम्म्म हम्म्म
हा हा हा हा आ हा हा
नज़दीकियां बढ़ने लगी
है तुमसे इस कदर
औ औ औ औ औ औ
नज़दीकियां (नज़दीकियां) बढ़ने लगी(बढ़ने लगी)
है तुमसे इस कदर
खुद को न खुद की
इक पल की है खबर हा हा हा
तू ही तो आये मुझे अब नज़र
के तुझ पे फ़िदा है दिल(फ़िदा है दिल)
तुझ पे फ़ना है दिल(फ़ना है दिल)
तू ही तो राहे मेरी तू ही मंजिल
के तुझ पे फ़िदा है दिल (वो हो)
तुझ पे फ़ना है दिल (वो हो)
तू ही तो राहे मेरी तू ही है मंजिल
तुज में ही डूबा शामो सहर में
न गुजरे तेरे बिन कोई लम्हा हो हो
तुहि जनम है तुहि सुकून है
मुमकिन नहीं रे जीना मेरा दिल हा हा हा वो हो
तुहि वफ़ा है तेरा नशा है
मुजको हुआ है तेरा असर
तेरा असर
के तुझ पे फ़िदा है दिल
तुझ पे फ़ना है दिल
तू ही तो राहे मेरी तू ही है मंजिल
के तुझ पे फ़िदा है दिल वो हो
तुझ पे फ़ना है दिल वो हो
तू ही तो राहे मेरी तू ही है मंजिल
तू ही तो है हया का सफर में
तू ही तो है मेरा जिस्म और जान वो हो
तुमसे शुरू है तुम पे ख़तम
जिंदगानी मेरी मेरा जहाँ वो हो
तू ही नज़र में तू ही सफर में
मेरे खयालों में तू ही तू (तू ही तू)
के तुझ पे फ़िदा है दिल हो हो (फ़िदा है दिल)
तुझ पे फ़ना है दिल हो हो (फ़ना है दिल)
तू ही तो राहे मेरी तू ही है मंजिल
के तुझ पे फ़िदा है दिल वो हो
तुझ पे फ़ना है दिल वो हो
तू ही तो राहे मेरी तू ही है मंजिल
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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