Tum Kaho To
दिपाली साठे, असित त्रिपाठी
तुम कहो तो
तुम मेरे हो तुमको बता दू
तुम कहो तो
चाहु कितना तुम्हे ये जता दु
इश्क़ में इश्कानि
हरकत ना कर जाऊ
दिल को परोस के
खिदमत में कर जाऊ
खुशामती जुर्रत में कर जाऊ
बिन तेरे में खुदसे रुक्सत में कर जाऊ
तुम कहो तो
तेरी लोह में खुदको जला दू
तुम कहो तो
तेरी राह में खुद को बहाः दू
तुझमे बिखरना है
तुझमे सिमटना है
खुदमे नहीं अब तुझमे हे रहना
केहना है तुझसे
इतना ही कहना
तेरी ही शर्तो पे
मुझको है जीना
हर बात में तू
जज़्बात में तू
में भीगूँ अगर बरसात में तू
तू ही तू
तू ही तू यार मेरा
तुम कहो तो
तेरे सदके में खुद को लुटा दू
तुम कहो तो
तेरे सजदे में खुद को झुका दू
किस्मत में मेरी अगर तू हुई ना
मैं तो खुदा से लड़ जाऊँगा
किस्मत को अपनी बदल कर यारा
तुझको लकीरों में लिख जाऊँगा
हर साँस में तू एहसास में तू
मुझसे ज़्यादा मेरे पास में तू
तू ही तू तू ही तू यार मेरा
तुम कहो तो
मैं तेरी हूँ तुमको बता दू
तुम कहो तो
चाहूं कितना तुम्हें यह जता दू
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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