Badal Jaye Agar Mali
महेंद्र कपूर
बदल जाए अगर माली चमन होता नहीं खाली
बहारें फिर भी आती हैं बहारें फिर भी आयेंगी
बदल जाए अगर माली चमन होता नहीं खाली
बहारें फिर भी आती हैं बहारें फिर भी आयेंगी
बदल जाए अगर माली चमन होता नहीं खाली
थकन कैसी घूटन कैसी चल अपनी धून में दीवाने
थकन कैसी घूटन कैसी चल अपनी धून में दीवाने
खिला ले फूल काटों में सज़ा ले अपने वीराने
खिला ले फूल काटों में सज़ा ले अपने वीराने
हवाये आग भड़काये फजायें जहर बरसाये
बहारें फिर भी आती हैं बहारें फिर भी आयेंगी
बदल जाए अगर माली चमन होता नहीं खाली
अंधेरे क्या उजाले क्या ना ये अपने ना वो अपने
तेरे काम आयेंगे प्यारे तेरे अरमां तेरे सपनें
तेरे काम आयेंगे प्यारे तेरे अरमां तेरे सपनें
जमाना तुझ से हो बरहम न आये राहभर मौसम
बहारें फिर भी आती हैं बहारें फिर भी आयेंगी
बदल जाए अगर माली चमन होता नहीं खाली
बहारें फिर भी आती हैं बहारें फिर भी आयेंगी
बदल जाए अगर माली चमन होता नहीं खाली
Written by: Azmi Kaifi, O P NayyarLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
Create your own version of your favorite music.
Sing now