Lagan Tumse Laga Baithe
कविता राम
लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा
लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा
तुम्हें अपना बना बैठे, जो होगा देखा जाएगा,
लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा
जो होगा देखा जाएगा
लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा
कभी दुनियाँ से डरते थे, छुप छुप याद करते थे
कभी दुनियाँ से डरते थे, छुप छुप याद करते थे
छुप छुप याद करते थे
लो अब परदा उठा बैठे, जो होगा देखा जाएगा,
लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा,
सारी सा रे गा रे
आ आ आ आ
कभी यह ख़याल था दुनियाँ , हमें बदनाम कर देगी
कभी यह ख़याल था दुनियाँ , हमें बदनाम कर देगी
हमें बदनाम कर देगी
शर्म अब बेच खा बैठे, जो होगा देखा जाएगा,
लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा
दीवाने बन गए तेरे तो फिर, दुनियाँ से क्या लेना
दीवाने बन गए तेरे तो फिर, दुनियाँ से क्या लेना
दुनियाँ से क्या लेना
तेरे चरणों में आ बैठे, जो होगा देखा जाएगा
लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा
जो होगा देखा जाएगा
लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा
तुम्हें अपना बना बैठे, जो होगा देखा जायेग
लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा
Written by: TraditionalLyrics © Phonographic Digital Limited (PDL), Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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