Adhura Sa Hai
अल्तमश फरीदी, विनीत शर्मा
अधूरा सा है मेरा आसमां
है अधूरी मेरी दास्ताँ
अधूरा सा है मेरा कारवाँ
है अधूरी मेरी दास्ताँ
कैसे ये बताएँ क्यूँ ये
यादें याद आ जाती हैं
कैसे ये बताएँ क्यूँ ये
आके रूला जाती हैं
के बिन तेरे रह ना सकुं
जुदाई ये सह ना सकुं
के बिन तेरे रह ना सकुं
जुदाई ये सह ना सकुं
तड़पता है दिल तेरे वास्ते
कहने लगे साये मेरे
है फिर क्यूँ जुदा तेरे रास्ते
मेरी राहों से जो हम हैं तेरे
कैसे ये बताएँ क्यूँ ये
यादें सता जाती हैं
कैसे ये बाताएँ
आके रूला जाती हैं
के बिन तेरे रह ना सकुं
जुदाई ये सह ना सकुं
के बिन तेरे रह ना सकुं
जुदाई ये सह ना सकुं
है मुश्किल भरा सफर मेरा
मुज़को बता मेरे खुदा
है मुज़से खफा मुक्कदर मेरा
या मुज़से है तू रूठा हुआ
कैसे ये बाताएँ क्यू ये
आके रूला जाती हैं
कैसे ये बाताएँ
यादें याद आ जाती है
के बिन तेरे रह ना सकुं
जुदाई ये सह ना सकुं
के बिन तेरे रह ना सकुं
जुदाई ये सह ना सकुं
के बिन तेरे रह ना सकुं
जुदाई ये सह ना सकुं
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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