माना देर से घर पे आती हो
माना देर से ही जग पाती हो
माना दर्द दिल के छुपाती हो
माना रोटी नहीं पकाती हो
तुम जैसी हो तुम अच्छी हो
तुम जैसी हो तुम सुंदर हो
तुम जैसी हो तुम अच्छी हो
तुम जैसी हो तुम सुंदर हो
माना चेहरे पे कुछ दाग हैं
माना दिल में गहरे घाव हैं
माना सजना सवरना आता नहीं
माना आदतें कुछ खराब हैं
तुम जैसी हो तुम अच्छी हो
तुम जैसी हो तुम सुंदर हो
माना तेरा कोई हमदम नहीं
तू अकेले किसी से कम नहीं
बच्चे खुद स्कूल जाते हैं
पापा लेने नहीं आते है
तुम जैसी हो तुम अच्छी हो
तुम जैसी हो तुम सुंदर हो
तुम जैसी हो तुम अच्छी हो
तुम जैसी हो तुम सुंदर हो
Written by: टोनी कक्करLyrics © RALEIGH MUSIC PUBLISHINGLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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