Tujhe Apne Paas Bulati Hai
तालात महमूद
तुझे अपने पास बुलाती है तेरी दुनिया
कबसे बाँहें फैलाती है तेरी दुनिया
तुझे अपने पास बुलाती है तेरी दुनिया
सपने भी यहाँ बेनूर हैं
जो हैं तेरे वो तुझसे दूर हैं
इस दुनिया में तेरा कौन है
इस दुनिया में तेरा कौन है
ये सोचके घबरा जाती है तेरी दुनिया
तुझे अपने पास बुलाती है तेरी दुनिया
नज़रों से गिरा देंगे सभी
दो दिन में भुला देंगे सभी
बरसेंगे न बादल धूल के
बरसेंगे न बादल धूल के
रो रोके यही समझाती है तेरी दुनिया
तुझे अपने पास बुलाती है तेरी दुनिया
वहाँ छोटे बड़े सब एक से
नहीं कोई जो तेरे दुख पे हँसे
वहाँ रिश्ते न होंगे झूठ के
वहाँ रिश्ते न होंगे झूठ के
सबको सीने से लगाती है तेरी दुनिया
तुझे अपने पास बुलाती है तेरी दुनिया
कबसे बाँहें फैलाती है तेरी दुनिया
तुझे अपने पास बुलाती है तेरी दुनिया
Written by: SHAILENDRA, Shankar-JaikishanLyrics © O/B/O CAPASSOLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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