Mawaali Dil
निखिता गाँधी, शाश्वत सिंघ
हाए, ये तेरी cute, cute सी बातें, हाए
मैं सोचूँ कहाँ से आई तू है हाए
ना जाने क्या ये मवाली दिल से निकली
मीठी सी धड़कन मन में मेरे
ढूँढूँ मैं खुद को फिर से क्यूँकि अब लगे
नया सा हुआ मैं, नयी सी फ़िज़ा में
कभी दिन पता रहे
कभी ख़्वाब गा रहे
कुछ पल ला रहे एक नया फ़साना
उनमें हम तुम हैं
ना कोई गुमसुम है
तुमसे अब हम हैं, मैंने अब ये जाना
हू उ हाए, ये तेरी cute, cute सी smile, हाए (हाए हाए)
मैं सोचूँ दूर क्यूँ मुझसे है तू इतनी हाए
ना जाने क्या ये मवाली दिल से निकली
धड़कन जो अब गूँजे रगों में
चाहे ये तेरी धड़कन को बस, हाए
अब रात जा रही
सुबह बता रही
है रोकना मन को नहीं गाने दे गाना
कुछ है हवाओं में
दिल की दुआओं में
महफ़ूज़ तेरा मेरा है सारा फ़साना
बातों में खोए हुए हैं क़सूर है ये तेरी आँखों का
लम्हें बीतते हैं, बीतने दो उनके, आप कुछ कहो ना
लम्हें लम्हें बीतते हैं, मरते मरते जीते है ये, जाना
दिल थोड़े खुदक रहे हैं, दिल थोड़े फुदक रहे हैं, जाना
दिल थोड़े हैं नादान, इनकी है मासूम जान
मिलना चाहें ये दिल अब बस कर इनकों ना सता
दुनिया तेरी मेरी हुई हैं अब कुछ यादों के
हर पल, हर घड़ी में दोनों प्यार में खोए
अब तू मेरा हुआ, अब मैं तेरी हुई
कुछ है कहा नहीं पर सब कुछ सुन लिया
हाए, ये तेरी cute, cute सी smile, हाए
मैं सोचूँ दूर क्यूँ मुझसे है तू इतनी हाए
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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