Yeh Munh Aur Masoor Ki Dal

शारदा, मुबारक बेगम

ये मूंग और मसूर की दाल वाह रे वाह मेरे बांके लाल ये मूंग और मसूर की दाल वाह रे वाह मेरे बांके लाल हुस्न जो देखा हाल बेहाल वाह रे वाह मेरे बांके लाल हुस्न जो देखा हाल बेहाल वाह रे वाह मेरे बांके लाल फासिया नील नील नयन चैन चुराने कभी चैन फासिया नील नील नयन चैन चुराने कभी चैन फासिया नील नील नयन चैन चुराने कभी चैन चुपके से हो जाये कमाल चुपके से हो जाये कमाल ये मूंग और मसूर की दाल वाह रे वाह मेरे बांके लाल ये मूंग और मसूर की दाल वाह रे वाह मेरे बांके लाल हुस्न जो देखा हाल बेहाल वाह रे वाह मेरे बांके लाल हुस्न जो देखा हाल बेहाल वाह रे वाह मेरे बांके लाल प् जो लिया है गोरा रंग करते हो यूरोप के ढंग प् जो लिया है गोरा रंग करते हो यूरोप के ढंग करते हो यूरोप के ढंग करते हो यूरोप के ढंग चलती हो कैसी कैसी चाल चलती हो कैसी कैसी चाल ये मूंग और मसूर की दाल वाह रे वाह मेरे बांके लाल ये मूंग और मसूर की दाल वाह रे वाह मेरे बांके लाल हुस्न जो देखा हाल बेहाल वाह रे वाह मेरे बांके लाल हम तो है पंछी आज़ाद होंगे न हम बर्बाद हम तो है पंछी आज़ाद होंगे न हम बर्बाद हम तो है पंछी आज़ाद होंगे न हम बर्बाद मचले शिकारी डाले डाल मचले शिकारी डाले डाल ये मूंग और मसूर की दाल वाह रे वाह मेरे बांके लाल ये मूंग और मसूर की दाल वाह रे वाह मेरे बांके लाल हुस्न जो देखा हाल बेहाल वाह रे वाह मेरे बांके लाल हुस्न जो देखा हाल बेहाल वाह रे वाह मेरे बांके लाल ये मूंग और मसूर की दाल

Written by: SHAILENDRA, Shankar-JaikishanLyrics © O/B/O CAPASSOLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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