Wo Jaanta Hai
Shafqat Amanat Ali
वो जानता है मेरे यार
वो जानता है मेरे यार
सोचा ना कभी मॅन में
लाए ना कभी लब पे
कब माँगेंगे हम रब से
वो जानता है मेरे यार
वो जानता है मेरे यार
सोचा ना कभी मॅन में
लाए ना कभी लब पे
कब माँगेंगे हम रब से
वो जानता है मेरे यार
वो जानता है मेरे यार
यह ना समझना बच जाएगा
इंसान का तू दिल दुखा के
इंसान को इंसान से लड़ा के
नफ़रातें उनमे जगा के
रहना तू भी तैयार
वो जानता है मेरे यार
वो जानता है मेरे यार
मंदिर मस्जिद या गिरिजा हो
कुच्छ हो तेरा पहनावा
घर बेचा मज़हब को तूने
करके कोई भी दिखावा
च्छूपना है तेरा बेकार
वो जानता है मेरे यार
वो जानता है मेरे यार
सुन ले ज़रा ए इंसान
खामोश है रब तो रहने दे
ओ मूरख ना आज़मा
रहने दे रहने दे
गर हंस दिया रब हंस दिया
फिर ना बचेगी कोई भी जेया
ना यह ज़मीन ना आस्मा
कोई ना देगा फिर तो जगह
के हर जगह के हर दिशा
के हर जगह के हर दिशा
वो जानता है मेरे यार
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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