Rang Le

Shafqat Amanat Ali

मोहे अपने ही रंग में रंग ले मोहे अपने ही रंग में रंग ले तू तो साहेब मेरा महबूब-ए-एलही मोहे अपने ही रंग में रंग ले हमरी चुनरिया पिया की पगरिया वो तो दोनो बसंती रंग दे हमरी चुनरिया पिया की पगरिया वो तो दोनो बसंती रंग दे तू तो साहेब मेरा महबूब-ए-एलही मोहे अपने ही रंग में रंग ले मोहे अपने ही रंग में रंग ले तू तो साहेब मेरा महबूब-ए-एलही मोहे अपने ही रंग में रंग ले जो कुच्छ माँगे रंग की रंगाई मोरा जोबन गिरवी रख ले जो कुच्छ माँगे रंग की रंगाई मोरा जोबन गिरवी रख ले तू तो साहेब मेरा महबूब-ए-एलही मोहे अपने ही रंग में रंग ले मोहे अपने ही रंग में रंग ले तू तो साहेब मेरा महबूब-ए-एलही मोहे अपने ही रंग में रंग ले आन पढ़ी दरबार तेहारे मोरी लाज सारम सब रख ले आन पढ़ी दरबार तहरे मोरी लाज सारम सब रख ले तू तो साहेब मेरा महबूब-ए-एलही मोहे अपने ही रंग में रंग ले मोहे अपने ही रंग में रंग ले तू तो साहेब मेरा महबूब-ए-एलही मोहे अपने ही रंग में रंग ले.

Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind

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