Saari Raat Peene Do
रामजी गुलाटी
एक-एक पेग कर चार हो गए
हाय नी कमीने मेरे यार हो गए
एक-एक पेग कर चार हो गए
हाय नी कमीने मेरे यार हो गए
लोकि मेनू कैन शराबी
सारे मेनू कैन शराबी
में दारु पित्ती किन्नी
अज सारी रात पीने दो
कल तो में नी पीनी
अज सारी रात पीने दो
कल तो में नी पीनी
मेनू थोड़ा-थोड़ा जी लेंन दो
कल तो में नी पीनी
अज सारी रात पीने दो
कल तो में नी पीनी
नाइयो मैनु रोकना नाइयो मेनू टोकना
छोटा जो बनाया पेग में तो देना ठोक ना
नाइयो मैनु रोकना नाइयो मेनू टोकना
छोटा जो बनाया पेग में तो देना ठोक ना
लुका के मैंतों बोतल रखदे
छुपा के मैंतों बोतल
ओ मेरे यार बड़े ने स्किम्मी
अज सारी रात पीने दो
कल तो में नी पीनी
अज सारी रात पीने दो
कल तो में नी पीनी
मेनू थोड़ा-थोड़ा जी लेंन दो
कल तो में नी पीनी
अज सारी रात पीने दो
कल तो में नी पीनी
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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