Kya Karoon
प्रकृति ककर, क्लिंटन सिरजो
क्या करूं हौले हौले जो मेरा दिल गा रहा है
क्या करूं धीमे धीमे से नशे में जो है ज़िन्दगी
क्या करूं धीरे धीरे मैं बेह्का जा रहा हूँ
क्या करूं थोडा थोडा तो असर होना है मुझपे भी
तू रु रु रु रु तू रु रु रु रु
तू रु रु रु रु तू रु रु रु रु
क्या करूं सोये सोये से कई अर्मां हैं जागे
क्या करूं खोयी खोयी सी कही राहों में ज़िन्दगी
क्या करूं नए नए सपने हैं मेरे आगे
क्या करूं थोडा थोडा तो असर होना है मुझपे भी
तू रु रु रु रु तू रु रु रु रु
तू रु रु रु रु तू रु रु रु रु
ये दिल यह रातें ये सारी बातें
मेहेके मेहेके बेहेके बेहेके
ये जो पल हैं ये ना बीतें यूँ ही मैं रहूँ
क्या करूं हौले हौले जो मेरा दिल गा रहा है
क्या करूं धीमे धीमे से नशे में जो है ज़िन्दगी
क्या करूं धीरे धीरे मैं बेह्का जा रहा हूँ
क्या करूं थोडा थोडा तो असर होना है मुझपे भी
तू रु रु रु रु तू रु रु रु रु
तू रु रु रु रु तू रु रु रु रु
ओ क्या करूं क्या करूं येह येह(मैं क्या करूं)
क्या करूं क्या करूं वो ओह
अब मैं क्या करूं अब मैं क्या करूं हे
तू रु तू तू रु रु रु
क्या करूं
Written by: ALOYIUS MENDONSA, Aloyius Peter Mendonsa, EHSAAN NOORANI, JAVED AKHTAR, SHANKAR MAHADEVANLyrics © Sony/ATV Music Publishing LLCLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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