Paas Aao
प्रकृति ककर, Armaan Malik
हौले हौले नज़रें बोलें
नज़रें मिलाओ आओ आओ
थोड़ी थोड़ी बेशर्मी की
बातें बढाओ आओ आओ
हौले हौले नज़रें बोलें
नज़रें मिलाओ आओ आओ
थोड़ी थोड़ी बेशर्मी की
बातें बढाओ आओ आओ
बेवजह की मुलाकातें
करले कहती हैं ये रातें
हिचकिचाओ ना
पास आओ पास आओ
पास आओ ना
मेरी साँसों में समाओ
पास आओ ना वो वो वो वो वो
जो है आज है अभी है
ना होगा फिर कभी
कल सुबह तक हम दोनों
ना रहे अजनबी
जो है आज है अभी है
ना होगा फिर कभी
कल सुबह तक हम दोनों
ना रहे अजनबी
आस पास रहूँगा तेरे
चोरी चोरी इस दिल को मेरे
गुद्गुदाओ ना
पास आओ पास आओ
पास आओ ना
मेरी साँसों में समाओ
पास आओ ना वो वो वो वो वो
पास आओ
धड़का दे सूरज से ये मेरी धड़कने
के हवा में उड़ जाये फिर सारी उलझने
धड़का दे सूरज से ये मेरी धड़कने
के हवा में उड़ जाये फिर सारी उलझने
हो रहा है कुछ ऐसा वैसा
लग रहा है तुमको कैसा
कुछ बताओ ना
पास आओ पास आओ
पास आओ ना
मेरी साँसों में समाओ
पास आओ ना वो वो वो वो वो
Written by: AMAL ISRAR MALLIK, RAKESH KUMAR PALLyrics © Universal Music Publishing GroupLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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