Sard Raaton Mein Yaar
पूर्णिमा
सर्द रातों मे यू दूर जाओ ना तुम
हे सर्द रातों मे यू दूर जाओ ना तुम
आग दिल में लगी दिल जलाओ ना तुम
देखो रात ये हसीन है कैसी खिली चाँदनी है ऐसे
रूठो ना रूठो ओ सनम
आह सर्द रातों मे यू दूर जाओ ना तुम
आग दिल मे लगी दिल जलाओ ना तुम
ठंडी ठंडी हवा से उड़ता है ये आँचल
बेताब है बरसने को ज़ुल्फोन का ये बादल
एक तरफ है ये दीवानी उसपे तेरी अदा
अपनी ऐसी अदाओ से यू करो ना पागल
तेरे प्यार का नशा है नस नस मे चड़ा है ऐसे
रूठो ना रूठो ओ सनम
आह सर्द रातों मे यू दूर जाओ ना तुम
आग दिल मे लगी दिल जलाओ ना तुम
मदहोश है ये आलम बहका बहका समा
लड़खड़ाने लगी सनम धड़कनो की ज़ुबान
आ के बहो में थाम लो सांसो का ये तूफान
बेकरारी बढाओ ना आ भी जाओ यहा
कैसी छाई बेखुदी है प्यासी प्यासी ज़िंदगी है ऐसे
रूठो ना रूठो ओ सनम
हे सर्द रातों मे यू दूर जाओ ना तुम
आग दिल मे लगी दिल जलाओ ना तुम
देखो रात ये हसीन है कैसी खिली चाँदनी है ऐसे
रूठो ना रूठो ओ सनम
आहा सर्द रातो मे यू दूर जाओ ना तुम
आग दिल मे लगी दिल जलाओ ना तुम
आ हा हा आ आ हा हा हा हम्म हम्म हम्म
Written by: Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLCLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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