Jeth Ki Dopahri Mein
Kumar Sanu, Poornima
जेठ की दोपहरी में
पाँव जले है सैय्या पाँव जले
जेठ की दोपहरी में
पाँव जले है सैय्या पाँव जले है
आ के गोद में उठा थाम ले बैय्या
जेठ की दोपहरी में गर्मी लगे है रानी गर्मी लगे है
जेठ की दोपहरी में गर्मी लगे है रानी गर्मी लगे है
आके मुझ को बिता ज़ुल्फोन की छैय्या
हो जेठ की दोपहरी में पाँव जले है सैय्या पाँव जले है
अरे जेठ की दोपहरी में गर्मी लगे है रानी गर्मी लगे है
दिन बीते मधुवास के आया मौसम धूप का
ढल ना जाए बालमा रंग मेरे इस रूप का
अरे आजा तुझ पर डाल दू छाया अपने प्यार की
मल दू गोरे रंग पे खुश्बू मैं गुलनार की
यहाँ वहाँ डगरी में पाँव जले है सैय्या पाँव जले है
हे हे यहाँ वहाँ डगरी में पाँव जले है सैय्या पाँव जले है
ओ आके गोद में उठा थाम ले बैय्या
जेठ की दोपहरी में गर्मी लगे है रानी गर्मी लगे है
अरे जेठ की दोपहरी में पाओ जले है सैया पाओ जले है
तन से पसीना पोंछ दू देदे आँचल की हवा
आएगी कब क्या पता अपने संगम की घटा
क्यूँ इतना बेताब है क्यूँ इतना बेचैन है
साजन अपनी प्रीत की आनेवाली रैन है
तेरी इस नगरी में पाँव जले है रानी पाँव जले है
तेरी इस नगरी में पाँव जले है रानी पाँव जले है
आके मुझ को बिता ज़ुल्फोन की छैया
जेठ की दोपहरी में गर्मी लगे है सैया गर्मी लगे है
जेठ की दोपहरी में गर्मी लगे है सैया गर्मी लगे है
हो आके गोद में उठा थाम ले बैय्या (हा हा हा)
जेठ की दोपहरी में गर्मी लगे है रानी गर्मी लगे है
हो जेठ की दोपहरी में पाँव जले है सैय्या पाँव जले है
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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