Yehi To Hai Apnapan

Jawad Ahmad

प्यार की बस्ती हो ज़िंदगी हँसती हो साथ मेरे रहे तू सदाअ इस ज़मीन पेर छाए आसमान तक जाए तेरा मेरा है ऐसा यह प्यार तू जहाँ भी रहे मेरा दिल यह कहे कभी होंगे ना हम तुम जुदाअ यही तो है अपना पन यही तो है अपना पन यही तो है अपना पन यही तो है अपना पन आओ हम तुम झूमे गाएँ खुशी मनाए हंसायययययययययी आज सारे रंग हैं अपने दूण्या सुंदर लगे आसमान नीला हो धूप रंग पीला हो जैसे मस्ती में झूमे जहाँ रात जब आई हो चाँदनी छाई हो आँखों में जुब हो छाया खुमार टब मेयन में तेरे दिया बाक़ी जले ओर उस में दिखे मेरा प्यार यही तो है अपना पन यही तो है अपना पन यही तो है अपना पन यही तो है अपना पन यूँ भी होता है के जीवन तैएर जाए रुके कितने मोसां कितने सावन बीते दोराय समय आस बरह जाए तो नींद नही आए तो इतना भर जाए जब दिल माइयन प्यार सांस रुक जाए तो आँख भर आए तो जब कभी कोई आता हो याद पेर तुम घाम ना करो किया है मुश्किल कहो तेरे अपने तो हैं तेरे साथ यही तो है अपना पन यही तो है अपना पन यही तो है अपना पन यही तो है अपना पन यही तो है अपना पन यही तो है अपना पन यही तो है अपना पन यही तो है अपना पन

Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind

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