Ab Aaja
गजेंद्र वर्मा, जोनिता गाँधी
रूखे रूखे हैं
मौसम के लब्ब बिन तेरे
सूखे पेड़ों से
हो गए मेरे शाम सवेरे
इक रंज है राह गुज़ारों में
इक आग लगी गुलज़ारों में
हर सांस घुली अंगारों में
सुन्न भी ले मेरी सदा
अब आजा सनम फिरू मैं बेक़रार
अब आजा सनम करूँ तेरा इंतज़ार
हो हो हो हो हो हो हो
हो हो हो हो हो हो
हो हो हो हो हो हो हो
हो हो हो हो हो हो
अब हैं अधूरी
तेरे बिना रातें यह सारी मेरी
अब हैं अधूरी
तेरे बिना ख्वाब यह सारे मेरे
हो तेरे बिन ना गुज़रने पे वक़्त तुला हैं(तेरे बिन ना गुज़रने पे वक़्त तुला हैं)
तेरे बिन जैसे दर्द हवा में घुला हैं(तेरे बिन जैसे दर्द हवा में घुला हैं)
जैसे चोट हरी हैं जैसे जख्म खुला हैं (जैसे चोट हरी हैं जैसे जख्म खुला हैं )
मेरा जीना हुआ सजा(मेरा जीना हुआ सजा)
अब आजा सनम फिरू मैं बेक़रार
अब आजा सनम करूँ तेरा इंतज़ार
हो हो हो हो हो हो
हो हो हो हो हो हो
हो हो हो हो हो हो
हो हो हो हो हो हो
तेरे बिन तेरे बिन हाँ तेरे बिन
बिन तेरे खाली खाली
तारों भरा होके भी आसमान
सुने रास्ते सारे
सुना सुना सा हैं सारा जहाँ
तेरे बिन तेरे बिन हाँ तेरे बिन
बेरुखी से कटते हैं मेरे दिन
तेरे बिना जैसे
चलती है चाँद सी रातें
तेरे बिन जैसे
खलती हैं होंठों को बातें
जैसे कोरे वरक जैसे खाली दवाते
जैसे सब कुछ है बेवजह
अब आजा सनम फिरू मैं बेक़रार
अब आजा सनम करूँ तेरा इंतज़ार
हो हो हो हो हो हो हो(हा हा हा)
हो हो हो हो हो हो हो(हा हा हा)
आ आ आ आ आ(हो हो हो हो)
Written by: Lyrics © DroomMusic Pvt. LtdLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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