Mushkil Badi
गजेंद्र वर्मा
तुम, तुम तो बस तुम हो तुम्हारी कोई बात और है
मैं खिचा चला आता हूँ मुझ पे ना कोई ज़ोर है
हो तुम, तुम तो बस तुम हो तुम्हारी कोई बात और है
मैं खिचा चला आता हू मुझ पे ना कोई ज़ोर है
तुझे जहाँ से मैं छुपा लूँ कहीं
ओ तेरे संग घर बना लूँ कही
अब दिल मेरा कहीं लगता नही
ओ तेरे बिन है मुश्किल बड़ी
अब दिल मेरा कहीं लगता नही
ओ तेरे बिन है मुश्किल बड़ी
हे हे हे हे हे
हे हे हे हे हे
हे हे हे हे हे
हे हे हे हे हे
ये शाम हसीन है लेकिन ये मुझे रास आती नही
जो तू दूर बैठी है क्यूँ मेरे पास आती नही
ये शाम हसीन है लेकिन ये मुझे रास आती नही
जो तू दूर बैठी है क्यूँ मेरे पास आती नही
तेरी नज़र से डोर हो जाऊं कहीं
इस भीड़ में ना खो जाऊं कहीं
अब दिल मेरा कहीं लगता नही
ओ तेरे बिन है मुश्किल बड़ी
अब दिल मेरा कहीं लगता नही
ओ तेरे बिन है मुश्किल बड़ी हा
हे हे हे हे हे
ओ ओ ओ( हे हे हे हे हे )
ओ ओ ओ( हे हे हे हे हे )
ओ ओ ओ( हे हे हे हे हे )
Written by: Lyrics © DroomMusic Pvt. LtdLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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