Mere Jaise Ban Jaoge
Chitra Singh, Jagjit Singh
मेरे जैसे बन जाओगे
मेरे जैसे बन जाओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जायेगा
मेरे जैसे बन जाओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जायेगा
दीवारों से टकराओगे
दीवारों से टकराओगे (दीवारों से टकराओगे)
जब इश्क़ तुम्हें हो जायेगा (जब इश्क़ तुम्हें हो जायेगा)
मेरे जैसे बन जाओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जायेगा (मेरे जैसे बन जाओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जायेगा)
हर बात गवारा कर लोगे मन्नत भी उतारा कर लोगे
हर बात गवारा कर लोगे मन्नत भी उतारा कर लोगे
तावीज़ें भी बँधवाओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जायेगा
तावीज़ें भी बँधवाओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जायेगा
तन्हाई के झूले झूलोगे हर बात पुरानी भूलोगे
तन्हाई के झूले झूलोगे हर बात पुरानी भूलोगे
आईने से तुम घबराओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जायेगा
मेरे जैसे बन जाओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जायेगा
जब सूरज भी खो जायेगा और चाँद कहीं सो जायेगा
जब सूरज भी खो जायेगा और चाँद कहीं सो जायेगा
तुम भी घर देर से आओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जायेगा
तुम भी घर देर से आओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जायेगा
बेचैनी जब बढ जायेगी और याद किसी की आयेगी
बेचैनी जब बढ जायेगी और याद किसी की आयेगी
तुम मेरी ग़ज़लें गाओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जायेगा
मेरे जैसे बन जाओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जायेगा (मेरे जैसे बन जाओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जायेगा)
Written by: Jagjit Singh, Rahi SaeedLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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