Tum Aa Gaye Ho
अभिजीत सावंत, बिवासिनी सारंगी
तुम आ गए हो नूर आ गया है
तुम आ गए हो नूर आ गया है
नहीं तो चरागों से लौ जा रही थी
जीने की तुमसे वजे मिल गई है
बड़ी बेवजे ज़िन्दगी जा रही थी
तुम आ गए हो नूर आ गया है
कहाँ से चले कहाँ के लिए
ये खबर नहीं थी मगर
कोई भी सिरा जहाँ जा मिला
वहीं तुम मिलोगे
ओ कहाँ से चले कहाँ के लिए
ये खबर नहीं थी मगर
कोई भी सिरा जहाँ जा मिला
वहीं तुम मिलोगे
कि हम तक तुम्हारी दुआ आ रही थी
तुम आ गए हो नूर आ गया है
नहीं तो चरागों से लौ जा रही थी
तुम आ गए हो नूर आ गया है
आ आ आ आ आ
दिन डूबा नहीं रात डूबी नहीं
जाने कैसा है सफ़र
ख़्वाबों के दिए आँखों में लिए
वहीं आ रहे थे
हो दिन डूबा नहीं रात डूबी नहीं
जाने कैसा है सफ़र
ख़्वाबों के दिए आँखों में लिए
वहीं आ रहे थे
जहाँ से तुम्हारी सदा आ रही थी
तुम आ गए हो नूर आ गया है
नहीं तो चरागों से लौ जा रही थी
जीने की तुमसे वजे मिल गई है
बड़ी बेवजे ज़िन्दगी जा रही थी
तुम आ गए हो नूर आ गया है
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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