Dil Akhir Dil Hai

Bhupinder Singh

दिल आखिर दिल हैं, दिल आखिर दिल हैं किसको सुनाये हाल-ए-दिल, हाल-ए-दिल दिल आखिर दिल हैं, दिल आखिर दिल हैं किसको सुनाये हाल-ए-दिल, हाल-ए-दिल दिल आखिर दिल हैं नाजुक तो था ये आईना सोचा ना था लेकिन कभी कुछ इस तरह तोड़ेगी दिल बस एक नज़र की बेरुखी किसको सुनाये हाल-ए-दिल, हाल-ए-दिल दिल आखिर दिल हैं, दिल आखिर दिल हैं पत्थर कहो शीशा कहो चाहे कोई भी नाम दो ये प्यार के क़ाबिल नहीं दिल को ना ये इलज़ाम दो किसको सुनाये हाल-ए-दिल, हाल-ए-दिल दिल आखिर दिल हैं, दिल आखिर दिल हैं गुल भी खिले गुलशन खिला हरसू हुई रंगीन फिजा ऐ काश ये पूछे कोई वीरान क्यूँ हैं दिल मेरा किसको सुनाये हाल-ए-दिल, हाल-ए-दिल दिल आखिर दिल हैं, दिल आखिर दिल हैं किसको सुनाये हाल-ए-दिल, हाल-ए-दिल दिल आखिर दिल हैं, दिल आखिर दिल हैं

Written by: KHAYYAM, NAQSH LAYALPURILyrics © Universal Music Publishing GroupLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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