ऐसी रातों में हमेशा होती है मुश्किल
क्या पता क्यूँ खो गए तुम, खो गया ये दिल
ऐसी रातों में हमेशा होती है मुश्किल
क्या पता क्यूँ खो गए तुम, खो गया ये दिल
ख़ामोशी में धीरे धीरे मैं बना फ़ाज़िल
मुस्कुरा दे, ऐ मेरे क़ातिल
बातें अधूरी हैं फ़िर भी ज़रूरी हैं
ख़ैर अब ये बादल बरस जाने दे
तेरे सवालों में, झिलमिल ख़यालों में
अब थोड़ा मुझको humorous होने दे
तू रह जा दिल के पास पास
सुन क्या कहती है साँस साँस
छोटी सी है ज़िंदगी
फिर क्यूँ बैठी है तू उदास
तू रह जा दिल के पास पास
आँख़े बंद कर ले साँस साँस
छोटी सी है ज़िंदगी
किस बात पे है एतराज़
ऐसी रातों में दीवाना कर क्या सकता है
खिड़की भी तो आसमाँ का एक टुकड़ा है
जब हवा का झोंका आकार छू के जाती है
बस वो तेरी खुशबू लाती है
बातें अधूरी हैं फ़िर भी ज़रूरी हैं
ख़ैर अब ये बादल बरस जाने दे
तेरे सवालों में, झिलमिल ख़यालों में
अब थोड़ा मुझको humorous होने दे
तू रह जा दिल के पास पास
सुन क्या कहती है साँस साँस
छोटी सी है ज़िंदगी
फ़िर क्यूँ बैठी है तू उदास
तू रह जा दिल के पास पास
आँख़े बंद कर ले साँस साँस
छोटी सी है ज़िंदगी
किस बात पे है एतराज़
ऐसी रातों में हमेशा होती है मुश्किल
क्या पता क्यूँ खो गए तुम
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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