Is Qadar Pyar Hai
अंकित तिवारी
इस क़दर प्यार है तुमसे ए हमसफ़र
चांदनी नरम सी रात के होंठ पर
तेरी नादानियाँ
तेरी गुस्ताखियाँ
मिली तो यूँ जुड़ी
के भीगी रात भर
इस क़दर प्यार है तुमसे ए हमसफ़र
ओ हम्म ओ
दिल में है बेताबियाँ
नींद उड़ने लगी
तेरे खयालों से ही
आँख जुड़ने लगी
अब तो ये बाहें
झुकती निगाहें
बस इन्ही की फ़िकर
तेरी अंगड़ाइयां
मेरी खामोशियाँ
मिली ओ यूँ जुडी
के भीगे रात भर
इस कदर प्यार है तुमसे ए हमसफ़र
मेरी थी जो खामियां
तुझसे पूरी हुई
बाक़ी हुवे बेवजह
तू ज़रूरी हुई
अब ये फ़साना
मेरी जान ए जाना
बस चलता रहे उम्र भर
तेरी मदहोशियाँ
मेरी तन्हाईयाँ
मिली तो यूँ जुडी
के भीगे रात भर
Written by: Arko, Sajid-WajidLyrics © Universal Music Publishing GroupLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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