Laal Rang Ki Peti
विवेक हरिहरन
कौन कौन से
रंग दिखाए
लाल रंग की पेटी
कौन कौन से
रंग दिखाए
ये लाल रंग की पेटी
बैठे बैठे मेरे सामने
ऐश की गुल्लक फूटी
हो हसने लगी है किस्मत साली
जो थी अब तक रूठी रूठी
हो सच्ची लगने लगी है सारी
बातें झूठी झूठी
सच तो लागे है रे कडवा
और झूठ टूटी फ्रूटी
कौन कौन से
रंग दिखाए
ये लाल रंग की पेटी
फ्युचर था मेरा काला
तू ने किया उजाला रे
हूं भर दिया ख्वाहिशों से
ये आस्मां नीला रे
हूं बिन पिए मैं झूमूं
जैसे एक शराबी
बेरंगीन थी ज़िंदगी
हो गई है अब वो गुलाबी गुलाबी गुलाबी
हो जुडने लगी है उमीदें
जो थी अब तक टूटी टूटी
हो बसने लगी है मेरे दिल में
यादें मीठी मीठी
सच तो लागे है रे कडवा
और झूठ टूटी फ्रूटी
कौन कौन से
रंग दिखाए
ये लाल रंग की पेटी
ब्लेक एंड वाइट लाइफ थी मेरी
तू ने कलरफूल कर दी रे
हूं लाइफ की गाडी मेरी
पठरी पे फिर से चल दी रे
चल दी रे चल दी रे चल दी रे
हो गई हवाई हवाई
आती सारी कीताबी
शान मेरी ज़रा देखो
हो गई है अब वो नवाबी नवाबी नवाबी
खुशियों का एक समंदर
जिस्की लेहरें मुझे छूती मुझे छूती
बेवजा दिल गाए गाने
मन मारे सीटी
सच तो लागे है रे कडवा
और झूठ टूटी फ्रूटी
कौन कौन से रंग दिखाए
ये लाल रंग की पेटी
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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