Masta
नीति मोहन, विशाल डडलानी
कहत कबीर सुनो भाई साधो
मन को उड़ने दो ना बंधो
फ़ेंक दे खुशियों वाला पासा
देख तमासा दाव लगा
मस्ता मस्ता
कहत कबीर सुनो भाई साधो
मन को उड़ने दो ना बंधो
फ़ेंक दे खुशियों वाला पासा
देख तमासा दाव लगा
मस्ता मस्ता
कभी एक बार कभी बार बार
दिल जीत कभी हार यार
अब खेल जा बाजी आर पार
चल देख तमासा दाव लगा
मस्ता ओये मस्ता
कहत कबीर सुनो भाई साधो
मन को उड़ने दो ना बंधो
फ़ेंक दे खुशियों वाला पासा
देख तमासा दाव लगा
मस्ता, मस्ता
हेय हेय हेय हेय हेय हेय
जाने कहाँ उड़ चली
किस शहर किस गली
क्यूँ मैं हुयी, बावली, मस्ता
दिन है या रात है
अब किसे याद है
जाने क्या बात है
मस्ता
कभी एक बार कभी बार बार
दिल जीत कभी हार यार
अब खेल जा बाजी आर पार
चल देख तमासा दाव लगा
मस्ता मस्ता (हेय हेय हेय हेय हेय हेय)
कहत कबीर सुनो भाई साधो
मन को उड़ने दो ना बंधो
फ़ेंक दे खुशियों वाला पासा
देख तमासा दाव लगा मस्ता
होए होए होए होए
टेढ़े मेढ़े हैं
पर रस्ते तेरे हैं
चल अपने रास्तों पे मस्ता
इतर ले खुद पे
जो हँसते हैं तुझ पे
तू उनको हंसने दे मस्ता
टेढ़े मेढ़े हैं
पर रस्ते तेरे हैं
चल अपने रास्तों पे मस्ता
इतर ले खुद पे
जो हँसते हैं तुझ पे
तू उनको हंसने दे मस्ता
कभी एक बार कभी बार बार
दिल जीत कभी हार यार
अब खेल जा बाजी आर पार
चल देख तमासा दाव लगा
मस्ता मस्ता (हेय हेय हेय )
कहत कबीर सुनो भाई साधो
मन को उड़ने दो ना बंधो
फ़ेंक दे खुशियों वाला पासा
देख तमासा दाव लगा
मस्ता मस्ता (हेय हेय हेय )
मस्ता मस्ता (हेय हेय हेय )
मस्ता
Written by: ANKIT TIWARI, MANOJ MUNTASHIR SHUKLALyrics © Universal Music Publishing GroupLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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