Bheegi Bheegi Baatein
नीति मोहन, मंज़र अरोरा
घूम हो गया दिल ये मेरा
कैसे बताउ किसका हुआ
शामों में तू सुबह में तू
इश्क़ का देखो ये सिलसिला
तेरे बिन ना माने मेरा ये जिया
इसे क्या हुआ तू ही समझना
तेरे बिन सुनी सुनी रात है
तन्हा हुई आँखें बहलना
भीगी भीगी बातें करने लगा हूँ
धीरे धीरे आगे बढ़ने लगा हूँ
होल होल तेरा होने लगा हूँ मैं
खामोश तेरी आँखें ये बोले
छूपके से मुझे बाहों में भर ले
अब जब मिली है जाने ना दूँगा मैं
ख्वाबों में मेरे तू ही बसा है
तुझसे जुड़ा है हर वास्ता
तू लाज़मी है दिल की ज़मीन पे
तेरी खुशी में सारा जहाँ
मेरा जो हाल है तेरा भी ये हूबहू
क्या कहु ओ जाने जाना
दिल खा खो गया तेरा ही हो गया
क्या करू ओ जाने जाना
तेरे बिन ना माने मेरा ये जिया
इसे क्या हुआ तू ही समझना
तेरे बिन सुनी सुनी रात है
तन्हा हुई आँखें बहलना
भीगी भीगी बातें करने लगा हूँ
धीरे धीरे आगे बढ़ने लगा हूँ
होल होल तेरा होने लगा हूँ मैं
खामोश तेरी आँखें ये बोले
छूपके से मुझे बाहों में भर ले
अब जब मिली है जाने ना दूँगा मैं
घूम हो गया दिल ये मेरा
कैसे बताउ तेरा हुआ
शामों में तू सुबह में तू
इश्क़ का देखो ये सिलसिला
तेरे बिन ना माने मेरा ये जिया
इसे क्या हुआ तू ही समझना
ख्वाहिशें धीरे से गुनगुना रही
हाए ना ना मूड के ना जाना
Written by: MANZAR, REVANT SHERGILL, SHYAM ANURAGILyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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