बैठो कभी साथ मेरे भी दो
बातें करो बातें करो
चाहे भले बाद में तोड़ दो
वादे करो वादे करो
बैठो कभी साथ मेरे भी दो
बातें करो बातें करो
चाहे भले बाद में तोड़ दो
वादे करो वादे करो
कैसी अकेली सी ख़ामोश सी
है रात भी ख़ुद में ही खोयी सी
तनहाइयाँ थोड़ी कम होयी सी
नाते करो बातें करो
बैठो कभी साथ मेरे भी दो
बातें करो बातें करो
चाहे भले बाद में तोड़ दो
वादे करो वादे करो
हो आ हो हो आ हो
आओ ज़रा रश्में रोने सुने
पल सारे दीवारें कोने सुने
एक बेवजह बेतुकी सी कहनी में
अपने भी किरदार होने सुने
हा हा
आओ ज़रा रश्में रोने सुने
पल सारे दीवारें कोने सुने
एक बेवजह बेतुकी सी कहनी में
अपने भी किरदार होने सुने
बातों के मतलब ज़रूरी नहीं
हो लफ़्ज़ या लब ज़रूरी नहीं
आँखों ही आँखों में एक दूसरे के
हम आओ ना सपने सलोने सुने
चुप चाप बैठे हुए ख़्वाब हैं
बेचैन है थोड़े बेताब हैं
अंदर कहीं जो भी सैलाब हैं
जातें करो बातें करो
बैठो कभी साथ मेरे भी दो
बातें करो बातें करो
चाहे भले बाद में तोड़ दो
वादे करो वादे करो
हा हा हा
Written by: VAIBHAV SHRIVASTAVALyrics © Sony/ATV Music Publishing LLCLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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