Itni Si Kahani
असीस कौर, अभिजीत श्रीवास्तवा, शिवांग माथुर
मेरे दिल की बातें सारी
करे आँखें जो बेचारी
ज़रा बैठो तुमको है सुनानी
सीने में चलती रहती
सांसें मेरी जो कहती
तू ही है तू ही है वो कहानी
जादू टोने के मोहल्ले सी है
कभी मीठी सी है
कभी झल्ली से है
हर लफ्ज़ लफ्ज़ घुल के तू मेरे दिल में उतरे
रुके हाथों पे जुगनू कोई
मुझे लगता है की तुम हो वही
मुझको उजाले सारे तुमसे ही मिले
इतनी सी है कहानी
तुमको थी जो सुनानी
हाँ ये कहानी जो तुम्हें
हां तुम्हें थी सुनानी
इतनी सी है कहानी
तुमको थी जो सुनानी
हाँ ये कहानी जो तुम्हें
हां तुम्हें थी सुनानी ओ ओ
अब तक जैसे था ही नहीं
तुझसे मिलके धडके यूँही
दिल को ये अचानक से जाने क्या हुआ
पूछा तो ये धड़कन कहे
अब जाके तसल्ली हुई
पल पल जिस्क्को माँगा तू वोही दुआ
जादू टोने के मोहल्ले सी है
इन् हाथों में कैसे छल्ले सी है
हर वक़्त मुझपे तेरा निशां रहे
उड़ जब कहीं भी रंग कोई
मुझे लगता है की तुम हो वहीँ
मुझको ये ख्वाब सारे तुमसे ही मिले..
इतनी सी है कहानी
तुमको थी जो सुनानी
हाँ ये कहानी जो तुम्हें
हां तुम्हें थी सुनानी
इतनी सी है कहानी
तुमको थी जो सुनानी
हाँ ये कहानी जो तुम्हें
हां तुम्हें थी सुनानी
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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