काफिरा तो चल दिया
काफिरा तो चल दिया
इस सफ़र के संग
मंजिले ना डोर कोई
ले के अपना रंग
की हुई मैं
के हुई मैं
के हुई मैं मलंग मलंग मलंग
के हुई मैं मलंग मलंग मलंग
के हुई मैं मलंग मलंग मलंग
मैं मलंग हाए रे
मैं बैरागन सी जीऊं ये भटकता मन
मैं बैरागन सी जीऊं ये भटकता मन
अब कहाँ ले जाएगा ये आवारापन
के हुई मैं मलंग मलंग मलंग
की हुई मैं मलंग मलंग मलंग
के हुई मैं मलंग मलंग मलंग
मैं मलंग हाए
To live life high to another
From one high to another
From one high to another
From one high to another
From one high to another
From one high to another
From one high to another
one high to another
कुछ धुआ है कुछ दुआ है
खामोशी का साज़ है
सूखा दरिया प्यासा ज़रिया
भीगे बस अल्फ़ाज़ है
रेत सी भिखरी हू मैं
तेरी ज़मीन का करम
चाँद के इन्न दागो का
तू ही तो है मरहम
के हुई मैं
मलंग मलंग मलंग
के हुई मैं मलंग मलंग मलंग
के हुई मैं मलंग मलंग मलंग
के हुई मैं मलंग मलंग मलंग
मैं मलंग हाए रे
Written by: कुणाल वर्मा, हर्ष लिंबाचियाLyrics © Universal Music Publishing GroupLyrics Licensed & Provided by LyricFind
Create your own version of your favorite music.
Sing now