Bas Tum Mere Paas Raho
Salman Ali
ज़िक्र तुम्हारा आही जाता है
हमारी बातों में
हर शख्श जो हमसे मिलता है
यही कहता है बस तुम्हारा ही
चेहरा नज़र आता है
हमारी आँखों में
इल्तेजा है दिल की
मुझसे दूर ना रहो
बस तुम मेरे पास रहो
हाय बस तुम मेरे पास रहो
इल्तेजा है दिल की
मुझसे दूर ना रहो
बस तुम मेरे पास रहो
हाय बस तुम मेरे पास रहो
चाहे शिकवा करो
चाहे तुम गिला करो
बस तुम मेरे साथ रहो
हाय बस तुम मेरे साथ रहो
बड़ा मजबूर रहता हूँ
मैं अपने दिल से हर लम्हा
जहाँ की रौनक मैं भी
तेरे बिन मैं रहु तन्हा
इल्तेजा है दिल की
मुझसे दूर ना रहो
बस तुम मेरे पास रहो
हाय बस तुम मेरे पास रहो
चाहे शिकवा करो
चाहे तुम गिला करो
बस तुम मेरे साथ रहो
हाय बस तुम मेरे साथ रहो
मैं हर एक वक़्त हर लम्हा
रहूँगा तेरा मुंतज़र
तुझे रब्ब ने सितारों से
उतारा है मेरी खातिर
इल्तेजा है दिल की
मुझसे दूर ना रहो
बस तुम मेरे पास रहो
हाय बस तुम मेरे पास रहो
चाहे शिकवा करो
चाहे तुम गिला करो
बस तुम मेरे साथ रहो
हाय बस तुम मेरे साथ रहो
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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