कोई शख्स है वो
मेरी साँसों में बसी है कोई नूर है वो
दिल के जख्मों को मरहम लगाये आती है
मीठी सी बोल गाकर
हँसाती रुलाती सीखती वो
खो ना जाऊँ, राह दिखाती वो
आ आ आ
तुम पास आओ तो
छुप जाए चाँद तारे
अब दूर जाओ ना
खता और ग़म भूलाके
चलते रहें हरदम
बांह से बांह मिला करके
मेरी राहों की रेहनुमा तुम
मेरी साँसों की रेहनुमा तुम
मंज़िलो की हो रेहनुमा तुम
भटका मुसाफिर था
बे-ठिकाना सा चलता रहा
इन खाली राहों पर तेरे
क़दमों के निशान मिलता रहा
मुश्किल सा था ये मेरा सफर
तेरे आने से आसान हुआ
अब जो चला हूँ तेरे संग
पीछे कभी हूँ ना मुड़ा आ आ आ
कैसी है ये सुकूं तेरा
हँसाती रुलाती बताती वो
मेरी खोयी हुई मुस्कान है वो
आ आ आ तुम पास आओ तो छुप जाए चाँद तारे
अब दूर जाओ ना
खता और ग़म भूलाके
चलते रहे हरदम
बांह से बांह मिला करके
मेरी राहों की रेहनुमा तुम
मेरी साँसों की रेहनुमा तुम
रेहनुमा हो तुम रेहनुमा
Written by: Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL)Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
Create your own version of your favorite music.
Sing now