Tere Bin Zindagi
Mika Singh
तेरे बिन ज़िन्दगी अधूरी
सांसो की डोर ने भी पूरी
धड़कन फिर क्यूँ चलती है
जाने क्या है मज़बूरी
सुलगा सुलगा सा ये मन
अब हो चला है धुँआ
शोले उठते थे जहाँ
राख के ढेर है वहां
धुंध में देख ना पाऊ
पास हो तुम या है दूरी
हा दस्त-ओ-सहरा में ढूँढू
में ढूँढू तेरे निशां
तेरे निशां तेरे निशां
तुझको पाने की खातिर
मै छोडू दोनों जहाँ
दोनों जहाँ दोनों जहाँ
मेरी धड़कन के लिए
तेरा अहसास जरुरी
सुलगा सुलगा सा ये मन
सुलगा ये मन
अब हो चला है धुँआ
शोले उठते थे जहाँ
राख के ढेर वहां
धुंध में देख ना पाऊ
पास हो तुम या है दूरी
आह आ आ आ आह आ आ आ
आह आ आ आ आह आ आ आ
हो कितना दिलकश मोसम था
जब तुझे खोया ना था
रोज़ सूरज उगता था
चाँद भी सोया ना था
कितना दिलकश मौसम था
जब तुझे खोया ना था
रोज़ सूरज उगता था
चाँद भी सोया ना था
मेरी रातें थी रोशन
मेरे दिन थे सिंदूरी
दस्त-ओ-सहरा में ढूँढू
में ढूँढू तेरे निशां
तेरे निशां तेरे निशां
तुझको पाने की खातिर
मै छोडू दोनों जहाँ
दोनों जहाँ दोनों जहाँ
मेरी धड़कन के लिए
तेरा अहसास जरुरी
सुलगा सुलगा सा ये मन
सुलगा ये मन
अब हो चला है धुआ
शोले उठते थे जहाँ
राख के ढेर वहां
धुंध में देख ना पाऊ
पास हो तुम या है दूरी
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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