Doori Na Rahe Koi

Lata Mangeshkar

ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ दूरी दूरी न रहे कोई आज इतने करीब आओ दूरी न रहे कोई आज इतने करीब आओ मैं तुम में समां जाऊं तुम मुझ में समां जाओ मैं तुम में समां जाऊँ तुम मुझ में समां जाओ दूरी न रहे कोई आज इतने करीब आओ मैं तुम में समां जाऊँ तुम मुझ में समां जाओ साँसों की हरारत से तन्हाई पिघल जाए जलते हुए होठों का अरमान निकल जाए साँसों की हरारत से तन्हाई पिघल जाए जलते हुए होठों का अरमान निकल जाए अरमान निकल जाए चाहत की घटा बन कर यूँ मुझपे बरस जाओ मैं तुम में समां जाऊं तुम मुझे में समां जाओ मैं तुम में समां जाऊं तुम मुझे में समां जाओ ये बात न थी अब से पेहले कभी जीने में ये बात न थी अब से पेहले कभी जीने में दिल बन के धड़कते हो तुम्ही मेरे सीने में कभी साथ न छोडोगे तुम मेरी कसम खाओ मैं तुम्हें समां जाऊं तुम मुझे में समां जाओ दूरी न रहे कोई आज इतने करीब आओ मैं तुम्हें समां जाऊं तुम मुझे में समां जाओ मैं तुम्हें समां जाऊं तुम मुझे में समां जाओ

Written by: Kafeel Aazar, Laxmikant PyarelalLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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