Hum Hain Ek Aur Ek Gyarah
Laxmikant Pyarelal, Kishore Kumar, Mohammed Rafi
मुझको तुझको दो गिनते जो
उनको गिन्ने दे यारा
मुझको तुझको दो गिनते जो
उनको गिन्ने दे यारा
मुझको तुझको दो गिनते
उनको गिन्ने दे यारा
अरे कन्धा जोड़ के निकल पड़े तो
हम है एक और एक ग्यारह
कन्धा जोड़ के निकल पड़े तो
हम है एक और एक ग्यारह
तेरी मेरी यारी है अरे बिलकुल बिलकुल
तो अपनी दुनिया साडी है अरे बिलकुल बिलकुल
हाथ न छूटे साथ न छूटे
यार है अपना यार न रूठे
चलती जाये बात न टूटे
कौन है फिर जो हमको लुटे
हम तुम दोनों एक तरफ
तो फिर तो फिर तो फिर
आ जाये ये जग सारा
अरे कन्धा जोड़ के निकल पड़े तो
हम है एक और एक ग्यारह
कन्धा जोड़ के निकल पड़े तो
हम है एक और एक ग्यारह
जो कहना व करना है
हा जी एक दम एक दम
न रुकना है न डरना है
हा जी एक दम एक दम
बोल के झूम झूम के डोले
राजा हो तो आंख न खोले
निर्बल हो तो प्यार से बोले
ज़ालिम हो तो तलवार से टॉले
हम तुम जिसको ढूँढ रहे है
अरे वो अरे वो अरे वो
कहा छुपेगा बेचारा
कन्धा जोड़ के निकल पड़े तो
हम है एक और एक ग्यारह
कन्धा जोड़ के निकल पड़े तो
हम है एक और एक ग्यारह
मुझको तुझको यह बस्ते क्या देखे गई
आपने को दुनिया देखे गई
जीत के दिल सब के दिल मैं रहना है
सच है जो तेरा मेरा क्या कहना है
जो हम कहे सब कहे आये गए
लोग हमेशा गीत हमरे गए गए
फेर तो गीत दिन रात बजे गए
तेरा मेरा तोता राम
काढ़ा जोड़ क निकल पड़े
हम 11 है एक और एक
मुझको तुझको दो गिनते जो
उनको गिन्ने दे यारा
अरे कन्धा जोड़ के निकल पड़े तो
हम है एक और एक ग्यारह
Written by: Laxmikant Pyarelal, Majrooh SultanpuriLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
Create your own version of your favorite music.
Sing now