Strawberry Aankhen
केके, कविता पौडवाल
स्ट्रोबेर्री आँखें सोचती क्या हैं
लड़की तुम हो महलों में हो पली
वो आइसक्रीम हो जो है फ़्रिज् में रखी
तुमने जो भी कहा वो हमेशा हुआ
तुम्हें हर चीज़ मिली मर्सिडीज़ मिली
फिर भी आँखों में है कोई ग़म तो छुपा
फिर भी तुम खुश नहीं बोलो है बात क्या
ऐं नो रिएक्शन वॉल्यूम डिब्बल करू
स्ट्रोबेर्री आँखें सोचती क्या हैं
लड़की तुम हो महलों में हो पली
वो आइसक्रीम हो जो है फ़्रिज् में रखी
तुमने जो भी कहा वो हमेशा हुआ
तुम्हें हर चीज़ मिली मर्सिडीज़ मिली
फिर भी आँखों में है कोई ग़म छुपा हुआ
फिर भी तुम खुश नहीं बोलो है बात क्या
तुम दिल की हर इक बात पे क्यों इतनी हो बेज़ार
तुम प्यार के सब ख़्वाबों को भी कहती हो बेकार
पगली कहीं हो तो नहीं
लाऊँ मैं क्या कोई दवा
कोई पगली वगली नहीं मैं सुनो
दवा मुझको न दो इलाज अपना करो
मेरे दादा परदादा भी पागल न थे
न कोई पागल्पन मुझ में है
पाऊँ कैसे खुशी अपने ही प्यार में
जब के है दुःख भरा सारे संसार में
मुझको ऐसी खुशी से नहीं वासता
मेरा तो है अलग रास्ता
प्यार सबसे करू है ये सपना मेरा
जो भी दुनिया मैं हो वो है अपना मेरा
थामु जो हाथ मैं वो बने हाथ कड़ी
शादी क्यों मैं करू क्या मुज़हे है पड़ी
क्या शादी नहीं चाहिये
तो फिर रूट चेंज
आँखों में हैं हीरे चमकते
चेहरे पर हैं चाँद दमकते
गालों में हैं फूल महकते
होंठों में हैं कलियाँ गुलाबी
दिल को बना दें जैसे शराबी
नाक तो थोड़ी ओवर साइज़ है
इट्स ओके मॅडम प्लास्टिक सर्जरी कर देंगे
मेरी तो नाक जैसी है तु अपना सर दिखा
लगता है तेरे सर में है भूसा भरा हुआ
किसे पता किसे खबर तू आदमी है या बन्दर
Written by: A R Rahman, Akhtar JavedLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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