Mere Sapne

Kavita Krishnamurthy

मेरे सपने मेरे अपने ना जाने कहा खो गये सुनी सुनी दुनिया अपनी बेगाने सभी हो गये दिल क्यू चाहे हर पल हर दम कोई तो हो मेरा हमदम मेरे सपने मेरे अपने ना जाने कहा खो गये तन्हा हो गया उलफत का कार्बा लाखो है तारे वीराना आस्मा तन्हा हो गया उलफत का कार्बा लाखो है तारे वीराना आस्मा बदले सारे रिश्ते नाते जीने की मिली क्यू सज़ा मेरे सपने मेरे अपने ना जाने कहा खो गये चाहा था क्या और मुझको क्या मिला टूटे अरमानो का है ये सिलसिला चाहा था क्या और मुझको क्या मिला टूटे अरमानो का है ये सिलसिला उलझा उलझा लम्हा लम्हा ये हवा क्यू हुई बेजुबा मेरे सपने मेरे अपने ना जाने कहा खो गये सुनी सुनी दुनिया अपनी बेगाने सभी हो गये दिल क्यू चाहे हर पल हर दम कोई तो हो मेरा हमदम मेरे सपने मेरे अपने ना जाने कहा खो गये

Written by: P. K. MISHRA, VIKESH MEHTALyrics © Universal Music Publishing Group, Sony/ATV Music Publishing LLCLyrics Licensed & Provided by LyricFind

Create your own version of your favorite music.

Sing now

Kanto is available on:

google-playapp-storehuawei-store

Related songs