Jane Woh Kaise Log They
हेमंत कुमार
जाने वो कैसे लोग थे जिनके प्यार को प्यार मिला
हमने तो जब कलियाँ माँगी काँटों का हार मिला
जाने वो कैसे लोग थे जिनके प्यार को प्यार मिला
खुशियों की मंज़िल ढूँढी तो ग़म की गर्द मिली
चाहत के नग़मे चाहे तो आँहें सर्द मिली
दिल के बोझ को दूना कर गया जो ग़मखार मिला
हमने तो जब कलियाँ माँगी काँटों का हार मिला
जाने वो कैसे लोग थे जिनके प्यार को प्यार मिला
बिछड़ गया बिछड़ गया
बिछड़ गया हर साथी देकर पल दो पल का साथ
किसको फ़ुरसत है जो थामे दीवानों का हाथ
हमको अपना साया तक अक़सर बेज़ार मिला
हमने तो जब कलियाँ माँगी काँटों का हार मिला
जाने वो कैसे लोग थे जिनके प्यार को प्यार मिला
इसको ही जीना कहते हैं तो यूँही जी लेंगे
उफ़ न करेंगे लब सी लेंगे आँसू पी लेंगे
ग़म से अब घबराना कैसा, ग़म सौ बार मिला
हमने तो जब कलियाँ माँगी काँटों का हार मिला
जाने वो कैसे लोग थे जिनके प्यार को प्यार मिला
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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