Kaisa Ye Dard Tera
Harshit Saxena
आंसू हैं आँखों में
तू दर्द की पन्हा में
क्या करून कौन हैं
तेरे सिवा इस जहाँ में
कैसा ये दर्द तेरा
अब भी जख़्म हरा
करना फ़िक्र साथ हूँ
जानिया हाँ
तुझसे वज़ूद मेरा
तू ही हैं मेरी दुआ
जाना ना यूँ इस कदर
मेरी जानियाँ हां
आंसू हैं आँखों में
तू दर्द की पनाह में
ये लम्हा मिट् जाए
तड़पाए ना में तनहा
रहे जाऊं लूट जाऊं ना
खुशियां हुई धुआँ
तन्हाई ग़म में हां
कैसे जिए तू बता हां
कैसा ये दर्द तेरा
अब भी जख़्म हरा
करना फ़िक्र साथ हूँ
जानिया हाँ
तुझसे वजूद मेरा
तू ही हैं मेरी दुआ
जाना ना यूँ इस कदर
मेरे जानेया हा
गुम सूम विरानी छाई हैं
खोई कही हाँ परछाई हैं
गुम सूम बिरानी छाई हैं
खोई कही हाँ परछाई हैं
इश्क़ मज़हब तू ही खुदाई
कैसी सज़ा हाँ तूने पाई
कैसा ये दर्द तेरा
अब भी हैं जख्म हरा
करना फिकर साथ हू
जानेया हा
तुझसे वजूद मेरा
तू ही हैं मेरी दुआ
जाना ना यूँ इस कदर
मेरे जानेया हा
आंसू है आँखों में
तू दर्द की पनाह में है
Written by: Lyrics © RALEIGH MUSIC PUBLISHINGLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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