Tum Khud Ko Dekhte Ho Sada
दिलराज कौर
हाय मेरी नज़रों में
मोहब्बत का खुमार आ ही गया
दिल को आना था किसी पर
एक बार आ ही गया
प्यार न करने की कसमें
खायी थी मैंने मगर
आज तुम जब सामने आये
तो प्यार आ ही गया
तुम खुद को देखते हो
सदा अपनी नज़र से
तुम खुद को देखते हो
सदा अपनी नज़र से
देखो मेरी जान खुद को
कभी मेरी नज़र से
हाय मेरी नज़र से
तुम खुद को देखते हो
ओए होए होए होए
यह रेशमी जुल्फें आ हा हा
यह रेशमी जुल्फें
तेरे कांधे पे ज़ुकादु
बिखरी हुई इस रात को
में और सजादू
में और सजादू
मतवाला बनादु तुझे
मतवाला बनादु तुझे
मतवाली नज़र से
देखो मेरी जान खुद को
कभी मेरी नज़र से
हाय मेरी नज़र से
तुम खुद को देखते हो
आ हा हा हा
हो हो हो
ओ हो आह हा
तन भूल सा बाँहो की लचक जैसे हो डाली
में रूप का एक बाग हूँ
तू बाग का माली
में रूप का एक बाग हूँ
तू बाग का माली
मेरे बाग का माली
रखवाली करो तुम मेरी
रखवाली करो तुम मेरी
दुनिया की नज़र से
देखो मेरी जान खुद को
कभी मेरी नज़र से
हाय मेरी नज़र से
तुम खुद को देखते हो
ओए होए होए होए
दीवानी हुं तेरी आ हा हा
दीवानी हुं दिलदार के
रास्ते में खड़ी हु
दिल तोड़ दे या जोड़ दे
कदमो में पड़ी हूँ
कदमो में पड़ी हूँ
लिख दे मेरी तक़दीर ज़रा
लिख दे मेरी तक़दीर ज़रा
अपनी नज़र से
देखो मेरी जान खुद को
कभी मेरी नज़र से
हाय मेरी नज़र से
तुम खुद को देखते हो
Written by: Ahmed Wasi, O P NayyarLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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