Tum Jo Aaye
Deep Joshi, Princeks47
पाया मैंने पाया तुम्हें रब ने मिलाया तुम्हें
होंठों पे सजाया तुम्हें नगमें सा गाया तुम्हें
पाया मैंने पाया तुम्हें सबसे छुपाया तुम्हें
सपना बनाया तुम्हें नींदों में बुलाया तुम्हें
तुम जो आए ज़िन्दगी में बात बन गई
इश्क मज़हब इश्क मेरी ज़ात बन गई
पाया मैंने पाया तुम्हें रब ने मिलाया तुम्हें
होंठों पे सजाया तुम्हें नगमें सा गाया तुम्हें
पाया मैंने पाया तुम्हें सबसे छुपाया तुम्हें
सपना बनाया तुम्हें नींदों में बुलाया तुम्हें
हो तुम जो आए ज़िन्दगी में बात बन गई
सपने तेरी चाहतों के
सपने तेरी चाहतों के
देखती हूँ अब कई
दिन है सोना और चांदी रात बन गई
हो तुम जो आए ज़िन्दगी में बात बन गई
पाया मैंने पाया तुम्हें रब ने मिलाया तुम्हें
होंठों पे सजाया तुम्हें नगमें सा गाया तुम्हें
पाया मैंने पाया तुम्हें सबसे छुपाया तुम्हें (आ आ आ)
सपना बनाया तुम्हें नींदों में बुलाया तुम्हें (आ आ बुलाया तुम्हें)
आ आ आ
चाहतों का मज़ा फासलों में नहीं
आ छुपा लूँ तुम्हें हौसलों में कहीं
सबसे ऊपर लिखा है तेरे नाम को
ख्वाहिशों से जुड़े सिलसिलों में कहीं
ख्वाहिशें मिलने की तुमसे
ख्वाहिशें मिलने की तुमसे
रोज़ होती है नई
मेरे दिल की जीत मेरी मात बन गई
हो तुम जो आए ज़िन्दगी में बात बन गई
पमगम पग गग मगम गगसा
प म ग म प ग ग
पमगम पग गग मगम गगसा
प म ग म प ग ग
गपधनि साध पध पम पम गगरे
गम पनि धप मप गरे सानिसा
पाया मैंने पाया तुम्हें रब ने मिलाया तुम्हें
होंठों पे सजाया तुम्हें नगमें सा गाया तुम्हें
पाया मैंने पाया तुम्हें सबसे छुपाया तुम्हें
सपना बनाया तुम्हें नींदों में बुलाया तुम्हें(आ आ आ आ)
ज़िन्दगी बेवफा है ये माना मगर
छोड़कर राह में जाओगे तुम अगर
छीन लाऊँगा मैं आसमां से तुम्हें
सूना होगा ना ये दो दिलों का नगर
रौनके हैं दिल के दर पे
रौनके हैं दिल के दर पे
धड़कने हैं सुरमई
मेरी किस्मत भी तुम्हारे साथ बन गई
हो तुम जो आए ज़िन्दगी में बात बन गई
इश्क मज़हब इश्क मेरी ज़ात बन गई
सपने तेरी चाहतों के
सपने तेरी चाहतों के
देखती हूँ अब कई
दिन है सोना और चांदी रात बन गई
हो तुम जो आए ज़िन्दगी में बात बन गई
पाया मैंने पाया तुम्हें रब ने मिलाया तुम्हें
होंठों पे सजाया तुम्हें नगमें सा गाया तुम्हें
पाया मैंने पाया तुम्हें सबसे छुपाया तुम्हें
सपना बनाया तुम्हें नींदों में बुलाया तुम्हें
पाया मैंने पाया तुम्हें रब ने मिलाया तुम्हें
होंठों पे सजाया तुम्हें नगमें सा गाया तुम्हें
पाया मैंने पाया तुम्हें सबसे छुपाया तुम्हें
सपना बनाया तुम्हें नींदों में बुलाया तुम्हें
Written by: Irshad KamilLyrics © Songtrust AveLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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