Labon Ko

Deep Joshi, Aesthetic Pain

आआ आए आआ लबों को लबों पे सजाओ क्या हो तुम मुझे अब बताओ लबों को लबों पे सजाओ क्या हो तुम मुझे अब बताओ तोड़ दो खुद को तुम बांहों में मेरी बांहों में मेरी बांहों में मेरी बांहों में अअअअअ आए तेरे एहसासों में भीगे लम्हातो में मुझको डूबा तिश्नगी सी हैं तेरी अदाओं से दिलकश खटाओ से इन लम्हों में ज़िन्दगी सी है हया को ज़रा भूल जाओ मेरे ही तरह पेश आओ को भी दो खुद को तुम रातों में मेरी रातों में मेरी रातों में मेरी रातों में आआ आए लबों को लबों पे सजाओ क्या हो तुम मुझे अब्ब बताओ

Written by: Deep JoshiLyrics © Songtrust AveLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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