Bhar Do Jholi

Deep Joshi

भर दो झोली मेरी या मुहम्मद लौट कर मैं ना जवँगा खाली भर दो झोली मेरी या मुहम्मद लौट कर मैं ना जवँगा खाली भर दो झोली मेरी या मुहम्मद लौट कर मैं ना जवँगा खाली भर दो झोली मेरी या मुहम्मद लौट कर मैं ना जवँगा खाली बंद दीडों में भर डाले आँसू सील दिए मैने दर्डो को दिल में बंद दीडों में भर डाले आँसू सील दिए मैने दर्डो को दिल में जब तलाक़ तू बना दे ना तू बिगड़ी दर से तेरे ना जाए सवाली भर दो झोली मेरी या मुहम्मद लौट कर मैं ना जवँगा खाली खाली भर दो झोली.. आका जी भर दो झोली.. हम सब की भर दो झोली.. नबी जी भर दो झोली मेरी सरकार-ए-मिडाइना लौट कर मैं ना जवँगा खाली जानता है ना तू क्या है दिल में मेरे बिन सुने गिन रहा है ना तू धड़कने आ निकली है तो चाँद तक जाएगी तेरे तारों से मेरी दुआ आएगी आ निकली है तो चाँद तक जाएगी तेरे तारों से मेरी दुआ आएगी आए नबी हन कभी तो सुबह आएगी जब तलाक़ तू सुनेगा ना दिल की दर से तेरे ना जाए सवाली भर दो झोली मेरी या मुहम्मद लौट कर मैं ना जवँगा खाली दे तरस खा तरस मुझपे आका अब लगा ले तू मुझको भी दिल से दे तरस खा तरस मुझपे आका अब लगा ले तू मुझको भी दिल से जब तलाक़ तू मिला दे ना बिचडी दर्र से तेरे ना जाए सवाली भर दो झोली मेरी या मुहम्मद लौट कर मैं ना जवँगा खाली भर दो झोली मेरी या मुहम्मद लौट कर मैं ना जवँगा खाली

Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind

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