He Jai Yashodanandan
के. एन. शर्मा, भूपेन हजारिका
हे जय यशोदानन्दन हे मोहन शाम
हे जय यशोदानन्दन हे मोहन शाम
हे जय यशोदानन्दन
मेरी लाज रखो प्रभु मै तेरी सरण
हे यशोदानन्दन
मुझे आज लगे ये जीवन जैसे तुम्हारा नाम
हे जय यशोदानदान हे मोहन शाम
जय यशोदानन्दन
यदा यदा ही धर्मस्य
ग्लानीर भवति भारत
अभ्युद्धनामा अधर्मस्य
धातात्मनाम सृजाम्यहं
जब जब धर्म डुबा तुम दौडे ए
जय यशोदानन्दन
सागर मे नैया मेरी लो डूबि जाये
हे जय यशोदानदान हे मोहन शाम
जय यशोदानन्दन
कर्मणेव अधिकरषते
मा फलेषु कदाचन
माँ करम फल हेतु भूर माँ
के संग वास्तव करंने
है करम अपने वस् में जीवन परीक्षा
हे यशोधा नंदन
अब तो जो हो तू जाने सब तेरी इच्छा है
हे जय यशोदानदान हे मोहन शाम
जय यशोदा नंदन
हे जय यासोहदनंदन हे मोहन शाम
हे जय यशोदानन्दन हे मोहन शाम
हे जय यशोदानन्दन हे मोहन शाम
हे जय यशोदानन्दन हे मोहन शाम
हे जय यशोदानन्दन हे मोहन शाम
Written by: Dr Bhupen Hazarika, Govind MayaLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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