Naa Nazaron Ka
श्वेता पंडित, बाबुल सुप्रियो
ना नज़ारो का ना सितारो का
ना नज़ारो का ना सितारो का
ना फिज़ाओ का ना बहारो का
ना ही लेहरो का हे ना किनारो का
जाने जाना ना मै दीवाना
दीवाना दीवाना दीवाना हूँ तेरा
ना पवन की हू ना चमन की हुँ
ना समंदर की ना गगन की हु
ना हवाओ की ना घटाओ की
जाने जाना ना मैं दीवानी
दीवानी दीवानी दीवानी हुं तेरी
क्या चीज़ है तुझ में ऐसी
जो मैं दीवाना हुवा
क्या चीज़ है तुझ में ऐसी
जो मैं दीवाना हुवा
दीवानी कैसे बताये
क्यों तू दीवाना बना
गर है यही रस्मे उल्फत
क्यों ना निभाते चलें
आओ सनम दोनों मिलकर
सब कुछ भुलाते चले
ना मैं कुदरत का
ना मैं जन्नत का
जाने जाना ना मै दीवाना
दीवाना दीवाना दीवाना हूँ तेरा
ना पवन की हू ना चमन की हुँ
ना समंदर की ना गगन की हु
अंजानी आँखों में कैसे
मेरे यह सपने सजे
अंजानी आँखों में कैसे
मेरे यह सपने सजे
अंजाना कहना ना मुझको
तेरे लिए हम बने
हम पंछियों की तरह से
जाने किधर को चले
फूलों भरी वादियों में
नील गगन के तले
ना ना मैं फूलो की
ना मैं भंवरो की
जाने जाना ना मैं दीवानी
दीवानी दीवानी दीवानी हुं तेरी
ना नज़ारो का ना सितारो का
ना फिज़ाओ का ना बहारो का
ना हवाओ की हा ना घटाओ की
जाने जाना ना मै (जाने जाना ना मै)
मै दीवाना
दीवानी
दीवाना
दीवानी
हूँ तेरा
हूँ तेरी
Written by: GOVIND, Maya Govind, Rajesh Roshan, ROSHANLyrics © Sony/ATV Music Publishing LLCLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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