Darasal

Atif Aslam

तुम तो दरअसल ख्वाब की बात हो चलती मेरे ख्यालो में तुम साथ साथ हो मिलती है जो अचानक वो सौगात हो तुम तो दरअसल मीठी सी प्यास हो लगता है ये हमेशा की तुम आस पास हो ठेहरा है जो लबों पे वो एहसास हो तेरी अदा अदा पे मरता मैं वफ़ा वफ़ा सी करता क्यूँ हदों से हूँ गुजरता मैं ज़रा ज़रा ज़रा तुम तो दरअसल साँसों का साज हो दिल में मेरे छुपा जो वही राज राज हो कल भी मेरा तुम ही हो मेरा आज हो कल भी मेरा तुम ही हो मेरा आज हो बारिश का पानी हो तुम कागज की कश्ती हूँ मैं तुझ में कहीं मैं बेह जाता हूँ हो हो हो मिलने हूँ तुमसे आता वापस नहीं जा पाता थोड़ा वहीं मैं रेह जाता हूँ हो तुम तो दरअसल एक नया नूर हो मुझमें भी हो जरा सी जरा दूर क्यूँ हो जैसे भी हो हमेशा ही मंज़ूर हो जैसे भी हो हमेशा ही मंज़ूर हो हु हु हु हु हु हु हु हु हु हु हु हु हु हु हु हु होता है ऐसा अक्सर दिल ये किसी को दे कर लगता हसी है सारा शहर वो हो अब देख तेरा होकर, ऐसा असर है मुझ पर हस्ता रहु मैं आठो पहर हो तुम तो दरअसल इश्क़ हो प्यार हो आती मेरे फ़सानो मे तुम बार बार हो इंकार में जो छुपा है वो इकरार हो इंकार में जो छुपा है वो इकरार हो इंकार में जो छुपा है वो इकरार हो

Written by: Jam8Lyrics © Universal Music Publishing GroupLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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