Bahut Der Tumne Sataya Hai Mujhko

Laxmikant Pyarelal, Asha Bhosle

बहुत देर तुमने सताया है मुझको जो मैं अब सतौ तो क्या हो बहुत देर तुमने सताया है मुझको जो मैं अब सतौ तो क्या हो तुम्हे पास आने पे मजबूर करके ना खुद पास अओ तो क्या हो बहुत देर तुमने ओ ओ बहुत देर तक मैने तुमको मनाया बहुत देर तक मैने तुमको मनाया मगर तुमने रह रहके दामन छुड़ाया दामन छुड़ाए तुम अब मेरा दामन पकड़ने चले हो मैं दमना चूडौऊ तो क्या हो बहुत देर तुमने हर एक बात मानी है मैने तुम्हारी हर एक बात मानी है मैने तुम्हारी सदा तुम ही जीते सदा मैं ही हरी सदा मैं ही हरी मेरा भी तो आख़िर कोई हक है तुम पर जो मैं ज़िद्द दिखौ तो क्या हो बहुत देर तुमने बड़े वो हो तुम मैं तुम्हे जानती हूँ तुम्हारी ख़ुसमद को पहचानती हूँ पहचानती हूँ बहाने बनांने करीब आ रहे हो जो मैं ताल जौ तो क्या हो बहुत देर तुमने सताया है मुझको जो मैं अब सतौ तो क्या हो तुम्हे पास आने पे मजबूर करके ना खुद पास अओ तो क्या हो बहुत देर तुमने

Written by: Laxmikant Pyarelal, Sahir LudhianviLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

Create your own version of your favorite music.

Sing now

Kanto is available on:

google-playapp-storehuawei-store

Related songs