Tum Na Ho
प्रकृति ककर, अर्जुन कानूंगो
वो ओ तुम से ही
तू जबसे दूर गया
सफर में छूट गया
मुझे सब याद रहा
मगर तू भूल गया
जिस दिन तुझे था अपना कहा
मुझ में ना मैं ज़रा भी रहा
कुछ भी है मेरा ना बाकी रहा अब यहां
तुम ना हो तो क्या फिर
वो ओ दिल तेरे पास है
तुम ना हो तो क्या फिर
वो ओ तुमसे ही प्यार है
तुम ना हो तो क्या फिर
वो ओ दिल तेरे पास है
तुम ना हो तो क्या फिर
वो ओ तुमसे ही प्यार है
तुम ना हो तो
मैं ले जा रही हूँ मोहब्बत तेरी
है सही मैंने माना शिकायत तेरी
तू नज़र में रहे या रहे दूर तू
पर हमेशा मेरे साथ है
जो गुज़र के भी गुज़र ना सका
ज़िन्दगी का तू है ऐसा समा
हाँ कभी मुझसे तू होगा जुदा अलविदा
तुम ना हो तो क्या फिर
वो ओ दिल तेरे पास है
तुम ना हो तो क्या फिर
वो ओ तुमसे ही प्यार है (तुमसे ही प्यार है)
तुम ना हो तो क्या फिर
वो ओ दिल तेरे पास है (दिल तेरे पास है)
तुम ना हो तो क्या फिर
वो ओ तुमसे ही प्यार है
तुम से ही प्यार है
तुम से ही
तुम से ही प्यार है
तुम से ही
तुम से ही प्यार है
तुम से ही
तुम से ही प्यार है (हो ओ)
तुम से ही प्यार है (हो ओ)
तुम ना हो तो
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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