Pagglait
Raftaar, Arijit Singh, Amrita Singh
उ उ उ उ ओ ओ ओ
होगी क्या कल की सुबह
कल का तो कल को पता है
हन पता है (हन पता है)
है पल दो पल ज़िंदगी
जो मिलती बस इक दफा है
इक दफा है (इक दफा है)
दिल को लूटा दे, मर्ज़ मिटा दे
आतिश नजारे, तुझको पुकारे (आतिश नजारे, तुझको पुकारे)
दिल को लूटा दे ओ ओ
मर्ज़ मिटा दे ओ ओ
आतिश नज़ारे ओ ओ
तुझको पुकारे ओ ओ
ऊ ऊ
क्या बोलोगे दीवाने को
ऊ ऊ
दो ख्वाहिशें निभाने दो
ऊ ऊ
मैं बोलूं यह ज़माने को
मुझसे मेरे फसाने लो
ऊ ऊ
क्या बोलोगे दीवाने को
ऊ ऊ
दो ख्वाहिशें निभाने दो
ऊ ऊ
मैं बोलूं यह ज़माने को
और वो बोले मुझे
और वो बोले, पगलैट ऊ ऊ
पगलैट
पगलैट ऊ ऊ
पगलैट उउ पगलैट उउ पगलैट पगलैट (उउ उउ)
पगलैट उउ पगलैट उउ पगलैट (उउ उउ)
सालों से की है जमह
अपनी जो यह शौकियाँ है
शौकियाँ है
कुछ दिल से लड़ के किया
कुछ दिल के लिए ही किया है
हन किया है
दिल को लूटा दे, मर्ज़ मिटा दे
आतिश नजारे, तुझको पुकारे
दिल को लूटा दे,ओ ओ
मर्ज़ मिटा दे, ओ ओ
आतिश नज़ारिएन, ओ ओ
तुझको पुकारे, ओ ओ
ऊ ऊ
क्या बोलोगे दीवाने को
ऊ ऊ
दो ख्वाहिशें निभाने दो
ऊ ऊ
मैं बोलूं यह ज़माने को
मुझसे मेरे फसाने लो
ऊ ऊ
क्या बोलोगे दीवाने को
ऊ ऊ
दो ख्वाहिशें निभाने दो
ऊ ऊ
मैं बोलूं यह ज़माने को
और बोले बोले
और वो और वो बोले
पगलैट, ऊ ऊ
पगलैट, ऊ ऊ
पगलैट, ऊ ऊ
पगलैट, ऊ ऊ
पगलैट, ऊ ऊ पगलैट, पगलैट
पगलैट, ऊ ऊ पगलैट, पगलैट
पगलैट, ऊ ऊ पगलैट, पगलैट
ओ पगलैट, पगलैट ओ पगलैट, पगलैट
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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